बिना घूंघट के सामने आएंगी संदेशखाली की विक्टिम महिलाएं: PM संदेशखाली नहीं जाएंगे, महिलाएं उनसे मिलने 85 किमी दूर बारासात आएंगी

 









संदेशखाली की बहनें इंसाफ की गुहार लगाती रहीं, लेकिन TMC सरकार ने उनकी एक नहीं सुनी। राज्य सरकार तो चाहती ही नहीं थी कि संदेशखाली का गुनहगार कभी गिरफ्तार हो, लेकिन ये तो बंगाल की नारी शक्ति दुर्गा बनकर खड़ी हो गईं। भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता उनके साथ खड़ा हो गया, तब मजबूरन राज्य सरकार को झुकना पड़ा।'







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बिना घूंघट के सामने आएंगी संदेशखाली की विक्टिम महिलाएं: PM संदेशखाली नहीं जाएंगे, महिलाएं उनसे मिलने 85 किमी दूर बारासात आएंगी


संदेशखाली की बहनें इंसाफ की गुहार लगाती रहीं, लेकिन TMC सरकार ने उनकी एक नहीं सुनी। राज्य सरकार तो चाहती ही नहीं थी कि संदेशखाली का गुनहगार कभी गिरफ्तार हो, लेकिन ये तो बंगाल की नारी शक्ति दुर्गा बनकर खड़ी हो गईं। भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता उनके साथ खड़ा हो गया, तब मजबूरन राज्य सरकार को झुकना पड़ा।'



'संदेशखाली की बहनें इंसाफ की गुहार लगाती रहीं, लेकिन TMC सरकार ने उनकी एक नहीं सुनी। राज्य सरकार तो चाहती ही नहीं थी कि संदेशखाली का गुनहगार कभी गिरफ्तार हो, लेकिन ये तो बंगाल की नारी शक्ति दुर्गा बनकर खड़ी हो गईं। भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता उनके साथ खड़ा हो गया, तब मजबूरन राज्य सरकार को झुकना पड़ा।'


PM मोदी ने ये बात 2 मार्च को पश्चिम बंगाल के कृष्णनगर में एक रैली के दौरान कही थी। दो दिन के बंगाल दौरे के दौरान उन्होंने बार-बार संदेशखाली का जिक्र किया। प्रधानमंत्री 6 मार्च को फिर बंगाल में होंगे।


इस बार उनकी रैली संदेशखाली से करीब 85 किमी दूर नॉर्थ 24 परगना जिले के बारासात में होगी। इस रैली में संदेशखाली की विक्टिम महिलाएं भी शामिल होंगी। सूत्रों के मुताबिक, अब तक घूंघट में दिखने वाली ये महिलाएं पहली बार बिना घूंघट के दिखाई देंगी।



संदेशखाली का मामला सामने आने के बाद 20 फरवरी को BJP नेता शुभेंदु अधिकारी विक्टिम महिलाओं से मिले थे। तभी उन्होंने संकेत दिए थे कि प्रधानमंत्री TMC नेता शाहजहां शेख पर रेप और जमीन कब्जाने का आरोप लगाने वाली महिलाओं से मिलने संदेशखाली आ सकते हैं। अब साफ हो गया है कि प्रधानमंत्री संदेशखाली नहीं जाएंगे।


नॉर्थ 24 परगना के BJP डिस्ट्रिक्ट प्रेसिडेंट तापस घोष के मुताबिक, PM का संदेशखाली जाने का प्रोग्राम नहीं है। यहां की महिलाओं को बारासात में होने वाली रैली में ले जाने की व्यवस्था की जा रही है। संदेशखाली से 500 से 700 महिलाएं रैली में जाएंगी। सिर्फ संदेशखाली ही नहीं, बल्कि पूरे जिले से महिलाओं को लाने की जिम्मेदारी हमें दी गई है।'


इस बीच मंगलवार देर शाम संदेशखाली में पुलिस ने अरेस्टिंग शुरू कर दी। आरोप है कि महिलाएं प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में न पहुंच पाएं, इसलिए पुलिस ने ये कार्रवाई की है। इसके खिलाफ गांववालों ने प्रोटेस्ट शुरू कर दिया।


100marketnews से बातचीत में एक महिला ने बताया कि लेडीज पुलिस हमें उठाने के लिए आई है। हम लोग प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में जाना चाहते हैं, इसलिए पुलिस हमारे घर के बाहर खड़ी है। हमसे कुछ कागज पर साइन कराए गए हैं। हमें झूठे केस में ले जा रहे हैं।



'संदेशखाली की बहनें इंसाफ की गुहार लगाती रहीं, लेकिन TMC सरकार ने उनकी एक नहीं सुनी। राज्य सरकार तो चाहती ही नहीं थी कि संदेशखाली का गुनहगार कभी गिरफ्तार हो, लेकिन ये तो बंगाल की नारी शक्ति दुर्गा बनकर खड़ी हो गईं। भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता उनके साथ खड़ा हो गया, तब मजबूरन राज्य सरकार को झुकना पड़ा।'


PM मोदी ने ये बात 2 मार्च को पश्चिम बंगाल के कृष्णनगर में एक रैली के दौरान कही थी। दो दिन के बंगाल दौरे के दौरान उन्होंने बार-बार संदेशखाली का जिक्र किया। प्रधानमंत्री 6 मार्च को फिर बंगाल में होंगे।


इस बार उनकी रैली संदेशखाली से करीब 85 किमी दूर नॉर्थ 24 परगना जिले के बारासात में होगी। इस रैली में संदेशखाली की विक्टिम महिलाएं भी शामिल होंगी। सूत्रों के मुताबिक, अब तक घूंघट में दिखने वाली ये महिलाएं पहली बार बिना घूंघट

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